भारतीय-संस्कृति और सभ्यता के प्रतीक हैं मिट्टी के दीए। दीवाली। दीप पर्व
आज भले ही दीपावली में चारों ओर कृत्रिम रोशनी से पूरा शहर जगमगा उठता है, लेकिन मिट्टी के दीए बिना दिवाली अधूरी है। मिट्टी के दीए बनने की यात्रा बड़ी लम्बी होती है। इसकी निर्माण प्रक्रिया उसी मिट्टी से...
View Articleपंच दिवसीय दीप पर्व | Deepawali 2024| दीपोत्सव | Diwali Article
पंच दिवसीय दीप पर्व का आरम्भ भगवान धन्वन्तरी की पूजा-अर्चना के साथ होता है, जिसका अर्थ है पहले काया फिर माया। यह वैद्यराज धन्वन्तरी की जयन्ती है, जो समुद्र मंथन से उत्पन्न चौदह रत्नों में से एक थे। यह...
View Articleदीपावली का त्यौहार प्रेमभाव का सन्देश। Deepawali
कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक मनाया जाने वाला पांच दिवसीय सुख, समृद्धि का खुशियों भरा दीपपर्व ’तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अर्थात् 'अंधेरे से प्रकाश की ओर चलो'का संदेश...
View Articleदीपावली लक्ष्मी का जन्मदिन है। दीपावली
एक मान्यता के अनुसार दीपावली ‘लक्ष्मी जयन्ती’ अर्थात् लक्ष्मी के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। निश्चित ही यह कल्पना अर्वाचीन है, क्योंकि प्राचीन देवताओं की जयन्ती या जन्मदिन की अवधारणा वैदिक काल में...
View Articleसबका अपना-अपना दीपावली उपहार। Deepawali
दीपावली आदिकाल में आर्यों की आर्थिक सम्पन्नता एवं हर्षोल्लास का उत्सव हुआ करती थी। जिसमें कृषि उपज को आर्थिक सम्पन्नता का मापदण्ड माना जाता था। फसल के घर आने को स्वर्ण माना जाता था। वर्षभर कड़े श्रम के...
View Articleदीपावली के उपहार
ये जो शहर की तंग गली-कूचों से लेकरकच्ची-पक्की सड़कों के किनारेबहुमंजिला इमारतों; बंगलो, मकानों सेसालभर का जमा पुराना कबाड़बाहर निकल आता है उत्सवी रंगत मेंउसकी आहट सुन कुछ मासूम बच्चेझुग्गी झोपड़ियों से...
View Articleघर छोड़ कर भागी बीबी वह अपना दुःखड़ा सबको सुनाता फिरता है
रात दिन की किचकिच पिटपिटतंग होकर भागी बीबीघर छोड़ कर भागी बीबीवह अपना दुःखड़ासबको सुनाता फिरता हैतू चिंता मत कर आ आयेगीपास बैठ कोई अपना समझाने लगता हैऊँच नीच की बातें चलतीहोता गला तर गम धुंए में उड़ता...
View Articleवो वसंत की चितचोर डाली। कुछ शर्माती कुछ सकुचाती
कुछ शर्माती कुछ सकुचातीजब आती बाहर वो नहाकरमन ही मन कुछ कहतीउलझे लट सुलझा सुलझाकरझटझट झटझट झरझर झरझरबूंदें गिरतीं बालों से पल-पलदिखतीं ये मोती सी मुझकोया ज्यों झरता झरने का जलझर झर झरता झरने सा जलझर झर...
View Articleघर को तेरा इंतजार है, सारा घर बीमार है।
एक बार आकर देख जा बेटेघर को तेरा इन्तजार हैघरसाराबीमार है.बाप के तेरे खांस-खांस करहुआ बुरा हाल हैछूटी लाठी,पकड़ी खटिया बिन इलाज़ बेहाल हैतेरे नाम के रटन लगीजान जर्जर सूखी डार हैघरसाराबीमार है.भाई तेरा...
View Articleन बुझते हुए दीपक को देखो कि अभी उसे कितना जलना है
न बुझते हुए दीपक को देखोकि अभी उसे कितना जलना हैन उखडती हुई सांसों को देखोकि अभी उन्हें कितना चलना हैगुजरा जो जिंदगी के हर मोड़ सेजिसके बोझिल कदम, ऑंखें नम हैंउस से पूछो कहां गईं खुशियांकहां दफ़न दिल...
View Articleयह प्यारा ऊंचा गढ़वाल। उत्तराखण्ड स्थापना दिवस पर विशेष।
विस्तृत स्वर्णिम भारत का भालयह प्यारा ऊंचा गढ़वाल ।।गिरि शिखरों से घिरा हुआ हैतृण कुसुमों से हरा हुआ हैविविध वृक्षों से भरा हुआ हैजैसे शीशम, सेब और सालयह प्यारा ऊंचा गढ़वाल ।। गिरी गर्त से भानु...
View Articleउत्तराखंड स्थापना दिवस : कब साकार होगा नशा मुक्त देवभूमि का सपना
जब कोई हमारी प्रकृति की सुरम्य पहाड़ियों की गोद में बसे देवता, ऋषि-मुनियों एवं तपस्वियों की निवास स्थली देवभूमि उत्तराखंड की चर्चाएं मद्यपान के फलते-फूलते कारोबारी के रूप में करता है, तब ऐसी बातें सुनकर...
View Articleलम्बी उम्र सब चाहते हैं पर बूढ़ा होना कोई नहीं चाहता है
लम्बी उम्र सब चाहते हैं पर बूढ़ा होना कोई नहीं चाहता हैयौवन गुलाबी फूलों का सेहरा तो बुढ़ापा कांटों का ताज होता हैछोटी उम्र या कोरे कागज पर कोई भी छाप छोड़ी जा सकती हैयुवा के पास ज्ञान तो वृद्ध के पास...
View Articleहाथ में सब्र की कमान हो तो तीर निशाने पर लगता है।
हाथ में सब्र की कमान हो तो तीर निशाने पर लगता है।आराम-आराम से चलने वाला सही सलामत घर पहुँचता है।।एक-एक पायदान चढ़ने वाले पूरी सीढ़ी चढ़ जाते हैं।जल्दी-जल्दी चढ़ने वाले जमीं पर धड़ाम से गिरते...
View Articleकाठमांडू की वादियों में । Kathmandu एक खूबसूरत पर्यटन स्थल
हर दिन एक ही ढर्रे के बीच झूलती जिंदगी से जब मन ऊबने लगता है तो महापंडित राहुल सांकृत्यायन के यात्रा वृतांत 'अथातो घुम्मकड़ जिज्ञासा'पाठ में पढ़ी पंक्तियाँ याद आ जाती हैं- ''सैर कर दुनिया की गाफिल,...
View Articleडेंगू का एलोपैथिक के साथ-साथ आयुर्वेदिक उपचार भी कारगर सिद्ध होता है
घर के आसपास पानी जमा न होने, शरीर ढंककर सोने, मच्छरदानी और मास्क्यूटो क्वायल लगाने, टंकियों व कूलर में जमा पानी हर दिन बदलने से लेकर हर दिन बगीचे में रखे गमलों में पानी जमा न होने देने और उन्हें सड़ने...
View Articleजीवन सदभाव और भक्ति का मार्ग है| गुरु नानक प्रकाश पर्व विशेष |
मुगल साम्राज्य की स्थापना के बाद जब तलवार के जोर पर धर्म परिवर्तन का सिलसिला चल पड़ा तो भय और अज्ञान के कुहासे को समूचे हिन्दुस्तान से मिटाने के लिए सन् 1469 को लाहौर के तलवंडी गांव में सिक्ख धर्म के...
View Articleलाख बहाने पास हमारे we have million excuses। हिन्दी गीत
लाख बहाने पास हमारेकैसा फैला झूठा रोगजितने रंग बदलता गिरगिटउतने रंग बदलते लोगनहीं पता कब किसकोकिसके आगे रोना-झुकना रंग बदलती दुनिया मेंकब कितना जीना-मरना नहीं कुछ जब पास तुम्हारेकोई कितना अपना रहता...
View Articleपर लगाकर जो उड़ना चाहे आसमां में वह जमीं पर भला कैसे चल सकता है
कपोल कल्पित कल्पना में जीने वालेहकीकत का सामना करने से डरते हैंजो हौंसला रखते सागर पार करने कीवह कभी नदियों में नहीं डूबा करते हैंऊंचाईयों छूने की इच्छा रखते हैं सभीपर भला भरसक यत्न कितने करते हैं?जो...
View Articleसंगति का प्रभाव। लोकोक्तियों की कविता
उच्च विचार जिनके साथ रहते हैं वे कभी अकेले नहीं रहते हैं एक जैसे पंखों वाले पंछी एक साथ उड़ा करते हैं हंस-हंस के साथ और बाज को बाज के साथ देखा जाता है अकेला आदमी या तो दरिंदा या फिर फ़रिश्ता होता है तीन...
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