भक्ति और शक्ति के बेजोड़ संगम हैं हनुमान। श्री हनुमान जन्मोत्सव
चैत्रेमासि सिते मक्षे हरिदिन्यां मघाभिधे।नक्षत्रे स समुत्पन्नो हनुमान रिपुसूदनः।।महाचैत्री पूर्णिमायां समुत्पन्नोऽञ्जनीसुतः।वदन्ति कल्पभेदेन बुधा इत्यादि केचन।।अर्थात्-चैत्र शुक्ल एकादशी के दिन मघा...
View Articleझुमरी के बच्चे और हमारी सामाजिकता
जब से पड़ोसियों के घर विदेशी कुत्ता 'पग' (Pug) आया है, तब से जब-तब झुमरी के दोनों बच्चे उसके इधर-उधर चक्कर काट-काट कर हैरान-परेशान घूमते नजर आ रहे हैं। कुर्सी पर शाही अंदाज में आराम फरमाता लंगूर जैसे...
View Articleबाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती विशेष।
डाॅ. भीमराव आम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महाराष्ट्र के रत्नागिरि जिले के अम्बावड़े गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम श्रीरामजी सकवाल तथा माता का नाम भीमाबाई था। उनके "आम्बेडकर"नाम के मूल में एक...
View Articleआदमी प्रेम से नहीं मिथ्या अभिमान से बर्बाद होता है
जहाँ उत्कृष्टता पाई जाती है वहाँ अभिमान आ जाता है।अभिमान आदमी की अपनी त्रुटियों का मुखौटा होता है।।बन्दर के हाथ हल्दी की गांठ लगी वह पंसारी बन बैठा।अंधे के पांव तले बटेर आया वह शिकारी बन बैठा ।।बन्दर...
View Articleजिसके हाथ बाजी उसकी बात में दम होता है
सत्ता के सामने कभी सयानापन नहीं चलता है जिसके हाथ बाजी उसकी बात में दम होता हैकोई जंजीर सबसे कमजोर कड़ी से ज्यादा मजबूत नहीं होती हैहर कोई भाग खड़ा होता जहाँ दीवार सबसे कमजोर दिखती हैजब बड़े घंटे बजने...
View Articleमरियल घोड़ा भी हट्टे-कट्टे बैल से तेज दौड़ सकता है
शत्रु की मुस्कुराहट से मित्र की तनी हुई भौंहे अच्छी होती हैमूर्ख के साथ लड़ाई करने से उसकी चापलूसी भली होती हैकिसी कानून से अधिक उसके उल्लंघनकर्ता मिलते हैंऊँचे पेड़ छायादार अधिक लेकिन फलदार कम रहते...
View Articleबीज वाला केला || पत्थर वाला या जंगली केला ||
गर्मियों में तो सुबह-सबेरे घूूमना आम बात है। लेकिन जैसे ही बारिश का मौसम आता है, तो यदा-कदा ही जब मौसम थोड़ा-बहुत साफ हो तो तभी घूमना-घामना होता है। यूँ ही बात 4 अगस्त 2018 की है। उस दिन सुबह-सबेरे हम...
View Articleलकड़ी ने हत्था दिया कुल्हाड़ी को वह उसे ही काटने चला
सांप को चाहे जितना ढूध पिलाओ वह कभी मित्र नहीं बनेगाआग में गिरे बिच्छू को उठा लेने लें तो वह डंक ही मारेगागड्ढे में गिरे हुए कुत्ते को बाहर निकालो तो वह काट लेगा भेड़िये को चाहे जितना खिलाओ-पिलाओ वह...
View ArticleMoney Plant को Many Plant कहिए। बात पैसे वाले बेल की।
जब कोई परिचित, जान-पहचान या कोई नाते-रिश्तेदार हमारे घर आता है तो हमारे बगीचे के गेट और क़ुबबूल के पेड़ पर 50-55 फीट लंबे चौड़े आसमान छूते मनी प्लांट को देखकर यही कहता है कि आपके घर में बहुत पैसा होगा,...
View Articleपरशुराम-लक्ष्मण संवाद। गढ़वाली रामलीला की यादें। सीता स्वयंवर प्रसंग।
घर और दफ्तर के बीच झूलते रहना ही मेरी विवशता है, लेकिन इस विवशता में खिन्नता नहीं है, बल्कि उसी में आनंद और उत्साह लेने की मेरी प्रवृत्ति है। कोरोना काल में जब लाॅकडाउन लगा तो जिन्दगी घर की...
View Articleभगवान परशुराम जयंती विशेष
बचपन में हम रामलीला देखने के लिए बड़े उत्सुक रहते थे। जब-जब जहाँ-कहीं भी रामलीला के बारे में सुनते वहाँ पहुंचते देर नहीं लगती। रामलीला में सीता स्वयंवर के दिन बहुत ज्यादा भीड़ रहती, इसलिए रात को जल्दी...
View Articleमजदूर दिवस पर कविता। सबके करीब सबसे दूर, कितने मजबूर
मजदूर सबके करीब सबसे दूरकितने मजबूर ये मजदूर!कभी बन कर कोल्हू के बैलघूमते रहे गोल-गोलख्वाबों में रही हरी-भरी घासबंधी रही आससपने होते रहे चूर-चूरसबके करीब सबसे दूरकितने मजबूर ये मजदूर!कभी सूरज ने...
View Articleहाथी के खाने और दिखाने के अलग दाँत होते हैं
गुलाब को कुछ भी नाम दो उससे उतनी ही सुगंध आयेगी।शक्कर सफेद हो या भूरी उसमें उतनी ही मिठास रहेगी।।कभी चित्रित फूलों से सुगंध नहीं आती है।हर चमकदार वस्तु स्वर्ण नहीं होती है।।धूप में धूल के कण भी चमकदार...
View Articleदुष्ट को क्षमा नहीं डर दिखाकर बस में करना भला
गर्म पानी से झुलसा कुत्ता ठण्डे पानी से भी डरता हैचूने से मुँह जले वाले को दही देखकर डर लगता हैरीछ से डरा आदमी कंबल वाले को देख डर जाता हैदूध का जला छाछ को फूँक-फूँक कर पीता हैईश्वर से न डरने वाले से...
View Articleइने-गिने लोगों की दुष्टता सब लोगों के लिए मुसीबत बन जाती है
एक जगह पहुंचकर अच्छे और बुरे में बहुत कम दूरी रह जाती हैइने-गिने लोगों की दुष्टता सब लोगों के लिए मुसीबत बन जाती है !दुष्ट प्रवृत्ति वालोंको उजाले से नफरत होती हैहर हिंसा सबसे पहले गरीब का घर उजाडती...
View Articleसैकड़ों गीदड़ों के लिए एक शेर ही ग़नीमत है
मुर्गा अपने दड़बे पर बड़ा दिलेर होता हैअपनी गली का कुत्ता भी शेर होता हैदुष्ट लोग क्षमा नहीं दंड के भागी होते हैंलातों के भूत बातों से नहीं मानते हैंहज़ार कौओं को भगाने हेतु एक पत्थर बहुत हैसैकड़ों गीदड़ों...
View Articleअब वह दिल की धड़कन कहाँ से लाऊंगा मां!
जब-जब भी मैं तेरे पास आयातू अक्सर मिली मुझे छत के एक कोने मेंचटाई या फिर कुर्सी में बैठीबडे़ आराम से हुक्का गुड़गुड़ाते हुएतेरे हुक्के की गुड़गुड़ाहट सुनमैं दबे पांव सीढ़ियां चढ़करतुझे चौंकाने तेरे पास...
View Articleचुप मत रह एक लप्पड़ मार के तो देख
हर मुश्किल राह आसान हो जाएगी तेरीधीरज रख आगे कदम बढ़ा के तो देखबहुत हुआ तेरा अब सुनहरे ख्वाब बुननानींद त्यागऔर बाहर निकल के तो देखकैसे-कैसे लोग वैतरणी तर गए सरपटयाद करफिर उचक-दुबक चल के तो देखकुछ...
View Articleबंदी राजा बनने से आजाद पंछी बनना भला
सोने की बेड़ियां हों तो भी उसे कौन चाहता है?स्वतंत्रता स्वर्ण से अधिक मूल्यवान होता हैबंदी राजा बनने से आजाद पंछी बनना भलाजेल के मेवे-मिठाई से रूखा-सूखा भोजन भलास्वतंत्रता का अर्थ खुली छूट नहीं होती...
View Articleहिन्द देश का प्यारा झंडा
हिन्द देश का प्यारा झंडा ऊँचा सदा रहेगातूफान और बादलों से भी नहीं झुकेगानहीं झुकेगा, नहीं झुकेगा, झंडा नहीं झुकेगाहिन्द देश का प्यारा ..........................केसरिया बल भरने वाला सदा है सच्चाईहरा रंग...
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